पूरा साफ कर दिया | Comedy | Short Story Hindi
Coronavirus
ने सभी का हालात खराब करके रखा हैं। लोग अपने ही घर में
बंदी हो गए है। अब उपाई भी नहीं हैं। अगर Coronavirus को हराना है तो
social distance और सरकार के बातों का पालन तो करना तो होगा। अजित ने भी
वहीं किया। अजित और उसका परिवार पिछले 1 महीने से घर से निकला नहीं। लेकिन अब जब lockdown मैं थोड़ा छूट दिया गया हैं तो अजित ने सोचा कि वह राजू कलिता से अपना laptop ले आए। दरअसल lockdown से दो दिन पहले राजू ने अजित का laptop ले लिया था जो
lockdown के कारण राजू के पास ही रह गया। इसलिए आज social distance
को ध्यान में रखते हुए बड़ी सतर्कता से अजित अपना laptop लाने राजू के घर गया और बिना laptop को छुए
bag में भड़कर अपने घर को निकला। आते वक़्त अजित सोच रहा था, "अब
laptop आ गया है, बोरियत भी कम हो
जाएगा। आराम से घर में बैठकर असमिया और हिंन्दी के फिल्में देखूँगा। mobile में फिल्में देखकर मजा नहीं आता। God of War का नया version भी आया हैं उसे भी update करके दयवाजा बंद करके मजे से game खेलूंगा और घर मे बोलूंगा की online class चल रहा है। मजा आएगा।"
अजित मन ही मन बहुत खुश हो रहा था। God of War का रंगीन सपना देखते देखते अजित घर पहुँचा। उसने पहले bag को बाहर धूप में रखा और खुद हाथ पावों ढोने बाहर बने नल के
पास गया। उसने सोचा था हाथ पावों ढोने के बाद bag को धो देगा और
laptop में साबधानी से sanitizer के स्प्रे का उपयोग करेंगा ताकि अगर virus हो तो वह
भी मर जाए। लेकिन तभी अजित की माँ घर के बाहर आई और देखा कि
अजित ने
bag को बाहर रखकर खुद हाथ पावों ढोने चला गया। माँ बेटे की
करतुत देख उदास हो गेई, तब बेटे के गलति को सुधारने के लिए, माँ ने अंदर से एक
बाल्टिन पानी उठा लाई और उसमें उस बैग और Laptop को डूबा दिया। यह महान काम करने के बाद उसकी माँ घर के अंदर चली गयी।
थोड़ी देर बाद अजित आ कर अपना bag खोजने लगा। तब उसकी माँ भी आ गयी। अजित ने बोला, "माँ मैंने यहाँ
laptop रखा था शायद कोई ले गया।" "कोई ले के नहीं गया।“ माँ
ने डांटते हुए कहाँ,
“तुम और तुम्हारे पिताजी दोनों ही बहुत लापरवाह हो। थोड़ा भी
सतर्कता नहीं। तुम बाहर से आए हो, तुमने तो हाथ पावों
धो लिया लेकिन तुम्हारे
bag का क्या? bag मैं रखे laptop का क्या? अक्ल है कि नहीं तुममें? हो सकता है राजू को coronavirus हो। तब तो
laptop में भी virus आएगा ना। इसीलिए
मैंने पानी में
senitizer दे कर laptop को धो दिया। अब bag और laptop Virus मुक्त हो चुका हैं। तुम्भी जल्दी बाहर के bathroom में अच्छे से नाहा लो, मैंने कपड़े
रख दिये है। तुम बाप बेटे एक दम लापरवाह हो। coronavirus के ख़तरे के बारे में थोड़ा भी अंदाजा नहीं।" यह कहते हुए उसकी माँ घर के अंदर चली गयी। अजित एक तक अपनी माँ को देखता रहा।
अचानक उसको बाल्टिन से बुलबुलों की हल्की आवाज सुनाई दी। उसने धीरे से बाल्टिन को
देखा। पानी के अन्दर से
bag को हटाकर laptop ने अपना हसीन चेहरा दिखाया। laptop को देखकर अजित को ऐसा लगा जैसे कि वह यह कहना चाह रहा हो, "film देखोगें, God of War खेलोगें, मज्जे करोगें, लो करो मजे, तुम्हारी माँ ने मुझे अच्छे से धो दिया, पूरा साफ कर दिया।"
॥ समाप्त ॥