भाग 2
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मौत का द्वीप | भाग 2 | मगरमछों का फ़ौज |
मौत का द्वीप | भाग 2 | मगरमछों का फ़ौज
साहिल कुछ बोलने ही वाला होता है कि तभी जंगल के अदंर से
गोली की आवाज सुनाई देता हैं। सभी वहां जाते हैं। वहां एक छोटे मरे हुए मगरमछ के
ऊपर कुछ सैनिक बैठे हुए थे। सभी मगरमछ को गौर से देखते हैं और उन सैनिको का तारीफ
भी करते हैं। सैनिको को तारीफ करता देख साहिल विकास को कहता हैं,
"बंदूक के जरिए एक छोटे मगरमछ को
मारना कौनसा बड़ा बात हैं। हाथों के जारोये मारता तो अलग बात था क्यों?
अरे तुम फिर किस खयाल में खो गए।"
"अगर छोटा मगरमछ हैं तो बड़ा मगरमछ
भी होगा।"
उसके बातें कमांडर विलियम सुन लेता हैं,
उसके तरफ देखता हैं और सभी को boat
तक जाने का निर्देश देता हैं। साहिल विकास को कहता हैं,
"आरे यार में तो समझता था कि इसे
हिंदी नही आता। अच्छा हुआ Boat मे मैंने कुछ बोला नहीं। नहीं तो में तो खतम था।"
"चिंता मत करो, वे लोग बहुत चालक
हैं जब तक तुमसे फायेदा मिल रहा हैं तब तक तुम्हे कुछ नहीं करेंगे।"
यह कहकर विकास भी सभी सैनिकों के साथ चल देता हैं।
सभी सैनिक धीरे धीरे Boat के तरफ जा रहे होते हैं। तभी Commander
विलियम की नजर जमीन में गिरता हैं। जमीन में मगरमछ के पायो
के निसान थे; एक
दो मगरमछ के नहीं बल्कि कई मगरमछ के निसान। अब सभी को एक डर का अहसास होने लगता
हैं। सभी को एक आवाज सुनाई देता हैं। सभी Alert हो जाते हैं; तभी कोई एक चीज जंगल को चिढ़ते हुए उन लोगों के नजदीक आता हैं। सभी उस चीज
की तरफ बंदूक तानते हैं। सभी को अंदाज़ा हो जाता हैं कि यह एक मगरमछ ही हैं। लेकिन
उन लोगों को यह मालूम नहीं था कि यह मगरमछ नहीं बल्कि मगरमछों का एक फ़ौज था। उन
फौजो को देख सभी गोली चलाने लगते हैं लेकिन उन गोलियों में इतना ताकत नहीं था कि
उन फ़ौज को रोक सके। सभी डर के मारे उहाँ से भागने लगे। उनके पीछे पीछे भूखे मगरमछ।
सभी सैनिक बिखर जाते हैं। विकास और साहिल भी अपने पूरी ताकत से दौड़ते हैं;
लेकिन मगरमछ उनसे भी तेज़ हैं। मगरमछ साहिल के नजदीक पहुँचता
हैं तभी विकास उस मगरमछ के ऊपर गोलीयों की बोचार कर देता हैं। 100
में से अब केवल 50 ही बचे थे। वे लोग Boat तक पहुँच जाते हैं। विलियम साभी को Boat
में सवार होने को कहता हैं। लेकिन ताभि समंदर के अल्दर से भी
मगरमछों की फ़ौज निकाल कर आता हैं। किसी को कुछ समझ नहीं आता कि क्या किया जाए? सारो तरफ केवल मगरमछ ही मगरमछ था। सभी भागने
लगे और सारे सैनिक दो group में बंट गए। साहिल और विकास एक साथ रहना चाहता था लेकिन
परिस्तिति ने साहिल को विलियम के साथ भेजा और विकास को एक दूसरे दल के साथ।
साहिल अपने दल के साथ तेज़ी से भागता हैं। सारों तरफ केवल
मगरमछ का फ़ौज। कई सैनिक मगरमछ का शिकार बन जाता हैं। सभी को अपना मौत नजर आता हैं।
किसी को कुछ समझ नहीं आता कि जाए तो कहाँ जाए। ताभि साहिल को एक बड़ा गुफा नजर आता
हैं। साहिल सभी को उहाँ जाने को कहता हैं। साभी उहाँ तक पहुँचते तो हैं लेकिन सभी
के मन मे एक सवाल रहता है कि कहीं यह मगरमछ का घर तो नहीं। एक सैनिक commander
को यह बात पूछता भी हैं, लेकिन commander
कहता है, "मगरमछ इतने बड़े गुफा में नही रहते हैं।"
सभी गुफा के नजदीक पहुँचते हैं। गुफा के सामने एक बड़ा पत्थर
रखा हुआ रहता हैं, जैसा की वह पत्थर गुफा का ही दरवाजा हो। सभी गुफा के अंदर पहुँच
कर पत्थर से गुफा को बन कर देता हैं। commander विलियम के साथ साहिल को लेकर कुल 29
लोग थे लेकिन अभी विलियम के साथ केवल 14
ही सैनिक रह गए। सभी लोग सेन की साँस लेते हैं। डर से सभी
लोग काप रहे थे। विलियम को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था। उनके officer
ने विलियम को इस द्वीप के बारे में कुछ भी नहीं कहा था।
शायद उन्हें भी इस द्वीप के बारे में मालूम ना हो। साहिल भी कोने में बैठ जाता
हैं। गुफा के सारो तरफ अंधेरा था। साहिल मन ही मन विकास के बारे में सोचता हैं।
मगरमछ के फ़ौज को देख विकास और साहिल एक साथ रहना चाहता था,
लेकिन तभी उन दोनों के बीच एक मगरमछ आ जाता है। विकास को दूसरे दल के साथ भागना
पड़ा। विकास और उसके साथी अपने पूरे ताकत से दौड़ते है लेकिन ताभि उन लोगों के आगे
से भी मगरमछ का फ़ौज आ जाता हैं। विकास को कुछ समझ नहीं आता कि क्या किया जाए। ताभि
उसका नजर पेड़ो पर गिरता हैं। पेड़ो की डाली इस तरह से सजा हुआ था कि एक पेड़ से
दूसरे पेड़ तक जाया जा सकता था। विकास काजिरंगा के जंगलों में बड़ा हुआ था। पेड़ो में
तेज़ी से चढ़ना और उतड़ना उसे बहुत अच्छे से आता था। विकास तेज़ी से पेड़ो में चढ़ जाता
हैं। उसे देख दूसरे सैनिक भी पेड़ो में चढ़ने लगते हैं लेकिन कुछ पेड़ो में चढ़ते समय
ही मगरमछ का शिकार बन जाते हैं। दौड़ते समय विकास के साथ 19
सैनिक थे अब केवल 9 ही रह गए। विकास मन ही मन साहिल के बारे में सोचता हैं।