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Kids Story Hindi शेर आया शेर |
Kids Story Hindi शेर आया शेर
था एक सुंदर गांव। गांव में थे बहुत ही अच्छे लोग। लेकिन उन गांव के लोगों में एक था बहुत ही शेतान आदमी। था उसका नाम कमलेश। करता था ना कुछ काम और बोलता रहता था हमेशा झूठ।
गांव के हर घर मे था बकरी और गाय। गांव के लोग करते थे दूध का व्यापार। इसलिए अपने बकरी और गाय को करते थे बहुत प्यार। इसका फायदा उठता था कमलेश।
कमलेश सोता था दिनभर घर में और निकलता था रात में बाहर। नहीं नही चोरी करने नही बल्कि बनाने लोगों को उल्लू। वह पहले गर्म पानी से अपना गला साफ कर लेता। उसके बाद लगता गला फरके चिल्लाने। लेकिन वह चिल्ला के बोलता क्या था? हैं न आप के मन मे सवाल। तो जान लो वह चिल्ला चिल्ला के बोलता था, "शेर आया शेर। ले गया गाय खा गया बकरी।" यह सुनकर गांव के सारे लोग शेर को मारने निकल आते थे घर के बाहर। गांव के लोगों को देख कमलेश पेट पाकर कर हँसने लगता। कमलेश को हँसते देख गांव के लोगों को आता था बड़ा गुस्सा। लेकिन गांव के लोग थे बहुत ही अच्छे इसलिए उसे लगते थे समझाने, "झूठ मत बोलों। झूठ बोलना है खराब। किसी दिन सच मे आएगा शेर और ले जाएगा तुम्हे।" लेकिन लोगों के बातों का होता था ना कमलेश के ऊपर कुछ असर और वह रोज रात लोगों को उल्लू बनाने निकल जाता।
कमलेश के झूठ से गांव के लोग तंग आ चुके थे और फैसला कर चुके थे, "अब कमलेश के बातों के ऊपर हम करेंगे ना विश्वास। भगवान ही उसके झूठ का देगा उसको सजा।"
दूसरे दिन की तरह कमलेश निकल गया रात को लोगों को उल्लू बनाने। लेकिन वह रात था नहीं दूसरे रात जैसा। कमलेश ने पहले साफ कर लिया गर्म पानी से अपना गला और लगा जोर जोर चिल्लाने, "शेर आया शेर। ले गया गाय खा गया बकरी।" ऐसे बोलते ही कमलेश के पीछे आ गया सच में एक शेर। कमलेश ने पहले समझा था उसे एक कुत्ता। लेकिन नजदीक आने पर उसे मालूम चला वह कुत्ता नहीं था एक शेर। शेर को देखते ही उसका निकल गया पेन में पेशाब और लगा तेज़ी से दौड़ने। वह चिल्ला चिल्ला कर कहता रहा, "बचाव बचाव, सही में आया शेर। मुझे बचाव। नहीं बोलूंगा अब से में
झूठ।" लेकिन कोई ना आया उसे बचाने। सभी ने सोचा कि वह इस बार भी बोल रहा है झूठ। गांव के सब लोग कान में रूई लगा के सो गया और शेर कमलेश को साथ लेकर निकल गया।
कहानी से सीख (Moral of the story)
बोलों बोलो क्या सिखा हमनें शेर आया शेर कहानी से? हमने सीखा, "झूठ बोलना है खराब उससे भी खराब हैं लोगों को तकरिफ देना। झूठ बोलने से लोगों का भरोसा खो जाता है और तकरिफ देने से भगवान का साथ खो जाता है। इसलिए हमेशा सच बोलना चाहिए और मिलजुल कर रहना चाहिए।" यही था इस कहानी का मूल सीख।
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