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GDP Full Form और कुछ महत्वपूर्ण जानकारी |
GDP Full Form
हम सभी जानते है की GDP देश की अर्थव्यवस्था का हल
बताता है; लेकिन
इस GDP का Full Form शायद ही सभी लोगों को मालूम हो। लेकिन आज इस लेख के जरिये आप को GDP के Full Form
के साथ
ही इसके बारे में और भी महत्वपूर्ण बातें भी जानने को मिलेगा।
GDP का Full Form हैं Gross
Domestic Product; इसे हिंदी में सकल घरेलु उत्पाद भी कहते हैं। GDP के जरिये ही देश की आर्थिक विकास का हाल मापा जाता हैं। भारत
में हर तीसरे महीने में GDP की गणना
होती हैं। इसे तिमाही गणना भी कह सकते हैं। इस गणना के जरिये पाए गए आंकड़े ही देश
के तरक्की को दर्शाता है; यानी आंकड़ा अगर पिछले महीने के मुकाबले
में बढ़ा तो यह देश के आर्थिक विकास को दर्शायेगा और अगर आंकड़ा पिछले महीने के
मुकाबले घटा तो यह देश की कमजोर आर्थिक विकास या अर्थव्यवस्था को दर्शायेगा।
GDP के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
नीचे GDP के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी बताए गए हैं,
- आधुनिक GDP के अवधारणा को सबसे पहले 1934 में साइमन कुजनेट ने अमेरिकी कांग्रेस की रिपोर्ट के लिए पेस किया था।
- GDP की गणना देश के भीतर ही उत्पादित सामग्री और सेवाओं के ऊपर किया जाता हैं।
- भारत में कृषि, उद्योग और सर्विसेज़ यानी सेवा
यह तीन प्रमुख घटक हैं। इन तीनों घटक में हमेशा उत्पादन मूल्य बढ़ता या घटता रहता
हैं और इसी उतार-चढ़ाव को मापने के लिए GDP का प्रयोग होता हैं।
- GDP का आकलन दो तरह से किया जाता
हैं। इसमें पहला हैं कॉस्टेंट प्राइस गणना। जिसके तहत किसी एक वर्ष को आधार बनाकर
उस वर्ष के उत्पादन और सेवा मूल्य के साथ जीडीपी का मूल्य निर्धारण होता हैं; जैसे की अगर 2012 को आधार वर्ष बनाया जाए तो
उसके आधार पर ही उत्पादन और सेवाओं की मूल्य में बृद्धि या गिरावट मापा जायेगा।
भारत में वर्तमान यह आधार वर्ष 2011-12 हैं। दूसरा आकलन हैं करेंट प्राइस
यानी वर्तमान दर गणना। इसके तहत उत्पादन वर्ष की महंगाई दर शामिल किया जाता हैं।
- कॉस्टेंट प्राइस के आधार पर GDP की गणना इसलिए किया जाती है ताकि इस आंकड़े को महंगाई के उतार-चढ़ाव से अलग रखकर मापा जा सके।